मंडला ध्यान एक शक्तिशाली, कैथार्सिस तकनीक है जो प्राकृतिक केंद्रितता के लिए ऊर्जा का एक चक्र बनाता है। इस ध्यान में चार चरण होते हैं, जिनमें से प्रत्येक 15 मिनट का होता है। यह प्रक्रिया ध्यानकर्ता को मन के वृत्ताकार स्वभाव के प्रति जागरूक करने और भावनाओं और विचारों के निरंतर चक्र को तोड़ने में मदद करती है।
इस ध्यान का अभ्यास करने के लिए: ऑडियो डाउनलोड करें और नीचे दिए गए चरणों के साथ सुनें।
आँखें खोलकर, स्थान पर दौड़ें। धीरे-धीरे शुरू करें और गति को बढ़ाते जाएं। अपने घुटनों को जितना हो सके ऊँचा उठाएं। गहरी और समान रूप से सांस लें ताकि आपके भीतर की ऊर्जा हिल सके। मन और शरीर को भूलकर दौड़ते रहें।
आँखें बंद करके और मुँह खुला छोड़कर बैठें। अपनी कमर से शरीर को धीरे-धीरे घुमाएं, जैसे हवा में हिलती हुई एक बांस की डंडी। अपने आप को दाएं-बाएं, आगे-पीछे हिलता हुआ महसूस करें। यह आपकी जागृत ऊर्जा को नाभि केंद्र की ओर ले जाएगा।
अपनी पीठ के बल लेट जाएं और आँखें खुली रखें। सिर को स्थिर रखें और आँखों को घड़ी की दिशा में घुमाएं। उन्हें आँखों की कोटर में पूरी तरह घुमाएं जैसे कि किसी विशाल घड़ी की सुई का पीछा कर रहे हों। यह जितनी तेजी से हो सके करें, जबकि मुँह खुला और जबड़ा ढीला रहे। धीरे और समान रूप से सांस लें। यह आपकी केंद्रित ऊर्जा को तीसरी आँख में ले जाएगा।
अपनी आँखें बंद करें और स्थिर रहें। शांति की स्थिति में प्रवेश करें और अनुभव को एकीकृत होने दें।